जब भी उस को कॉल करो उस का नंबर बिजी आता है ।
नही रहा जाता उसे बात किये बिना ईसी लिए उस का नम्बर बार बार बार लगाता हु ।
उसे क्या पता मेरे दिल पर क्या गुजरती है ।
नींद में भी गिरते हैं मेरी आँख से आंसू
जब भी उस का नम्बर लगता हूँ।
नही रहा जाता उसे बात किये बिना इसी लिए उस का नम्बर बार बार लगाता हु।
न कॉल करुगा कभी ये हर रोज कसम खाता हूं ।
जब भी उस को कॉल करो उस का नंबर बिजी आता है
नही रहा जाता उसे बात किये बिना इसी लिए उस का नम्बर बार बार लगाता हु।
उसकी__याद में_बार बार_ये दिल रोता है
फिर भी दिलका_दर्द_कम__नहीं__होता
इसी लिए बार बार कॉल करता हु उस को
फिर भी समझ नही आती है ।
जब भी उस को कॉल करो उस का नंबर बिजी आता है ।
नही रहा जाता उसे बात किये बिना ईसी लिए उस का नम्बर बार बार बार लगाता हु ।
प्यार_तो__तकदीर में_लिखा होता___है___तड़पने से_कोई_अपना नहीं होता हैं
उसे क्या पता मेरे दिल पर क्या गुजरती है ।
नींद में भी गिरते हैं मेरी आँख से आंसू
जब भी उस का नम्बर लगता हूँ।
नही रहा जाता उसे बात किये बिना इसी लिए उस का नम्बर बार बार लगाता हु।
न जाने वक्त_वक्त ⏱ पर क्यों याद आ जाती_है।
भूलने की कोशिश करता नीद नही आती है ।
नही रहा जाता उसे बात किये बिना इसी लिए उस का नम्बर बार बार लगाता हु।
By Sonu Raj
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नफ़रत से भी अब नफ़रत ना रही, गिला करना अपनी फ़ितरत न रही। सब कुछ तो पा लिया उनको पाते, अब तो दिल में कोई हसरत ना रही। मोहब्बत में ख़ुद को खो दिया मैंने, कुछ और करने की फ़ुरसत न रही। लोग अब इस क़दर मिलने लगे, कुछ कहने की ज़रूरत ना रही। बहार और पतझड़ का फ़र्क़ नहीं, कैसे कहुं दुनिया खुबसूरत ना रही। निगाहों में अब तुम हीं तुम हो, अब नज़र के सामने कोई सूरत न रही.
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